जलपरी की शादी (Short story in hindi):
ये जलपरी की शादी (Short story in hindi) कहानी समुद्र की दुनिया के रिश्तों पर आधारित है | जिसमे एक बहुत ही प्यारी जलपरी थी | वह स्वभाव से बहुत चंचल थी | समुद्र के सभी जीव जन्तु उससे बहुत प्यार करते थे | जलपरी के माँ बाप को अक्सर अपनी बेटी की चिंता होती रहती थी | उन्हें अपनी बेटी के लिए एक योग्य वर की तलाश थी | लेकिन समुद्री दुनिया में सभी जीव सामान्य थे और जल परी के लिए समुद्री पुरुष खोजना किसी चुनौती से कम नहीं था, क्योंकि समुद्री सीमाएं बहुत बड़ी थी और सारे रास्तों में, तरह तरह के संकट छुपे थे, इसलिए जलपरी के माँ बाप ने जलपरी की शादी की चर्चा करने के लिए सबसे बुजुर्ग समुद्री जीव कछुआ से मिलने का विचार बनाया और उसी जगह पर पहुँच गये, जहाँ कछुआ रहता था | वह कछुआ, समुद्री जीवों में सबसे बुजुर्ग था और उसे समुद्र के कोने कोने की जानकारी थी | कछुए ने बताया, कि इस समुद्र में बहुत से रहस्यमयी समुद्री पुरुष हैं | लेकिन वह इतनी सामान्यता से बाहर नहीं आ सकते | जब तक, कि उनके सामने कोई चुनौती ना रखी जाए | तभी जल परी के माँ को एक विचार आता है और वह अपने पति से कहती है, “क्यों न हम अपनी जलपरी का स्वयंवर आयोजित करें और सभी समुद्री पुरुषों को आमंत्रित करें, जिसमें कई तरीक़े की प्रतियोगिता से योग्य वर का चुनाव किया जाए” और कछुआ भी इस फ़ैसले को रजामंदी दे देता है और कहता है, मैं जल्द ही समुद्री मछलियों में ऐलान कर देता हूँ, कि जलपरी का स्वयंवर होने वाला है | जिसमें समुद्री पुरुष ही हिस्सा ले सकते हैं, ताकि यह बात समुद्र के कोने कोने तक पहुँच जाए और चुनौती पाकर एक से एक योग्य समुद्री पुरुष इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आएंगे जल परी को, जब यह बात पता चली, वह मन ही मन मुस्कुराने लगी थी | वह भी अपने जीवनसाथी के साथ आगे का जीवन गुज़ारना चाहती थी | जलपरी के स्वयंवर की तैयारियां ज़ोर शोर से होने लगी | एक से एक नायाब पत्थर से जलपरी के लिए आभूषण बनाए गए | समुद्री बनस्पति का इस्तेमाल करके जल परी के घर को सुसज्जित किया गया | यह सब तो तैयारियों की बात थी | लेकिन अब बारी आती है, चुनौतीपूर्ण कार्य खोजने की जिससे यह तय किया जा सके, कि कौन सा समुद्री पुरुष जल परी के लिए उत्तम है | प्रतियोगिता को तीन चरणों में रखा गया | पहले चरण में समुद्री पुरुषों को अपनी बहादुरी का परिचय देना होगा | जिसके लिए वह आपस में एक दूसरे से युद्ध करेंगे और उनकी कुशलता के आधार पर उन्हें अंक दिए जाएंगे | दूसरे चरण में उन्हें अपने बौद्धिक बल का परिचय देना होगा | जिसके लिए उन्हें राजकुमारी के छुपे हुए आभूषण ढूंढने होंगे, जो कि कुशल केकड़ा कारीगरों से बनवाए गए थे |
तीसरा चरण, जिसमें उनकी भावनात्मक कुशलता आंकी जाएगी |एक बड़ी व्हेल मछली के स्वर के साथ प्रतियोगिता प्रारम्भ हो जाती है | प्रतियोगिता में सात समुद्री पुरुष हिस्सा लेने आए थे | सभी एक से बढ़कर एक योद्धा थे | जैसे ही पहला चरण प्रारंभ होता है | सभी अपनी अपनी कुशलता से एक दूसरे पर प्रहार करना प्रारंभ कर देते हैं और एक एक करके सभी पराजित होते जाते हैं | अंत में एक समुद्री पुरुष ही बचता है और वह अपने पहले चरण की जीत से बहुत प्रसन्न होता है और इसी के साथ दूसरा चरण प्रारंभ किया जाता है | जिसमें राजकुमारी के लिए आभूषणों को खोजने के लिए सभी अपनी बुद्धि का परिचय देते हैं और ताज्जुब की बात तो यह थी, कि इस बार भी वही समुद्र पुरुष विजेता बनता है, जो पहले चरण मै जीता था |
अब सबसे अहम और तीसरा चरण आता है, भावनात्मक बुद्धि का परीक्षण | जिसके लिए एक समुद्री पेड़ में मछली का घोंसला बनाया जाता है और सभी समुद्री पुरुषों को कहा जाता है, उसमें रखे हुए मछलियों के अंडों को जो निशाना बनाकर दिखाएगा, वह विजेता बनेगा और जल परी उसी से विवाह करेगी और इस बार भी वही समुद्री पुरुष अपने भाले से सीधा निशाना उसी घोंसले पर मारता है और मछलियों के सारे अंडे एक ही बार में तोड़ देता है | यह देखकर वहाँ के सभी जीव समुद्री पुरुष की जीत के लिए खुशियां मनाने लगते हैं | लेकिन कछुआ सभी को शांत रहने को कहता है, क्योंकि असली विजेता, अभी घोषित किया जाना बाक़ी था | तभी कछुआ उस समुद्री पुरुष के पास जाता है, जिसने पहले के दो चरणों में दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया था | लेकिन तीसरे चरण में उसने प्रतियोगिता में हिस्सा ही नहीं लिया और वह बिना भाला चलाए ही अपनी हार स्वीकार कर ली | तभी कछुआ उसके पास जाकर पूछता है, तुमने भाला क्यों नहीं चलाया ? समुद्री पुरुष ने उत्तर देते हुए, “कहा मैं किसी भी ऐसे जीवों की हत्या नहीं कर सकता, जिससे मेरा कोई संबंध न हो” |
समुद्री पुरुष की यह बात सुनकर कछुआ ऐलान कर देता है, यही है, असली विजेता | जिसके दिल में एक अच्छे जीव की भावनाएँ हैं और यही हमारी जलपरी बिटिया के लिए योग्य वर चुना जाता है | दरअसल प्रतियोगिता के आख़िरी चरण का सवाल ग़लत था | वहाँ भावनात्मक परीक्षण के लिए स्वयं तय करना था, कि उन मासूम मछलियों को जिन्होंने अभी दुनिया नहीं देखी, मारना उत्तम है या नहीं और कछुये के ऐलान के साथ ही, जलपरी उसी समुद्री पुरुष के साथ विवाह करने के लिए तैयार हो जाती है |
जलपरी की शादी धूमधाम से की जाता है और समुद्री पुरुष जलपरी को अपनी दुल्हन बनाकर, अपनी दुनिया में लेकर चला जाता है और समुद्री दुनिया का यह अध्याय समाप्त हो जाती है |
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जलपरी की दुनिया | jalpari ki duniya | best story in hindi